भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना विशेष फलदायी होता है। सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना करने के साथ ही उनकी आरती भी जरुर करनी चाहिए। हिंदू धर्म में आरती का विशेष महत्व बताया गया है। पूजा के बाद आरती करने से व्यक्ति पर भगवान का आशीर्वाद बना रहता है। यहां पढ़ें शिवजी की आरती ओम जय शिव ओंकारा…
शिवजी का आरती, Shivji Ki Aarti : सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। वैसे तो सभी सोमवार को भगवान शिव की पूजन करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं लेकिन, सावन सोमवार का महत्व कहीं ज्यादा है। मान्यता है कि सावन में पूजा उपासना करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं। दरअसल, यह भगवान शिव की प्रिय महीना है। इसलिए सोमवार के दिन भगवान शिव का विधि विधान से पूजन करने के बाद भगवान शिव की आरती जरुर करनी चाहिए। ऐसा करने से आप पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है। साथ ही वह आपकी सभी मुराद जल्द पूरी करते हैं। इसलिए हर सावन सोमवार भगवान शिव की आरती जरुर करें। ओम जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा । ओम हर हर हर महादेव…
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा ।ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्धांगनी धारा।। ऊँ हर हर हर महादेवएकानन चतुरानन, पंचानन राजे।हंसानन गरूड़ासन, वृषवाहन साजे ।। ऊँ हर हर हर महादेव
दो भुज चार चतुर्भुज, दशमुख अति सोहै।तीनहु रूप निरखता, त्रिभुवन जन मोहे ।। ऊँ हर…अक्षमाला वनमाला, मुण्डमाला धारी।चन्दन मृग मादक सोहे, भोले चन्द्रधारी। ॐ हर
सफ़ेद और पीले, बाघ-पहने हुए अंग।
ब्रह्मा और शंका, भूतों के साथ। ॐ हर…
कर के मध्य कमण्डल चक्र त्रिशूलधारी।
सुखकारी, दुःखहारी जग पालनकारी।। ॐ हर…
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, विवेक जानने वाले।
ओंकार के बीच में, ये तीनों एक हैं। ॐ हर हर हर महादेव
त्रिगुण स्वामी जी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी, मनवांछित फल पावे।। ऊँ हर हर हर महादेव
7इस मंत्र के नियमित जाप से आपके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। कहा जाता है कि इस आरती के नियमित पाठ से आपके सभी पाप मिट जाते हैं, आपका मन शांत होता है और आपकी आत्मा सभी प्रकार के नकारात्मक विचारों से मुक्त हो जाती है। मन भी नकारात्मक प्रभावों से मुक्त हो जाता है। जैसे वासना, अहंकार और क्रोध।